उज्जैन। नागदा-खाचरोद तहसीलों और आगर मालवा छावनी की गोचर तथा सार्वजनिक उपयोग की भूमियों को लेकर भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई को लेकर राजभवन के सामने सत्याग्रह होगा। आचार्य सत्यम ने कहा जमीन को मुक्त करवाने और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश स्तर के न्यायिक अधिकारी पर न्यायासन पर और नागदा में अतिथि संत को नंगाकर पीटने वाले भू-माफियाओं के विरुद्ध कठोरतम कार्तवाई की मांग को लेकर सत्यागृह होगा।। पीड़ितों को क्षतिपूर्ति के लिए आयुक्त उज्जैन संभाग के कार्यालय के सामने सत्याग्रह कर प्रस्तुत किए गए ज्ञापन पर कार्रवाई नहीं हुई तो 9 नवंबर को राजभवन भोपाल के सामने सत्याग्रह होगा। यदि राज्यपाल से भी न्याय नहीं मिला तो नवंबर के अंत में राष्ट्रपति से न्याय के लिए सत्याग्रह किया जाएगा। मालव रक्षा अनुष्ठान के संयोजक आचार्य सत्यम ने बताया कि हमारे सत्याग्रह का नेतृत्व लोकतंत्र सेनानी रमेश परमार ने किया। उज्जैन के वरिष्ठ समाजसेवी ओमप्रकाश बागड़िया, आगर के समाज सेवी पुरुषोत्तम गोयल, शाजापुर के विवेक शर्मा, नागदा के जगदीश चावड़ा, अमित रघुवंशी सहित नागदा, खाचरौद तहसील के पीड़ित सत्याग्रह में सम्मिलित हुए।