उज्जैन। जूना अखाड़े से जुड़े अमेरिका के न्यूयार्क में ब्रह्मलीन संत श्रीमहंत मंगलानंद पुरी की पुण्यतिथि शिप्रा नदी के किनारे स्थित कामाख्या मंदिर में पुण्णंतिथि मना। दत्त अखाड़े के श्रीपीर महंत सुंदरपुरी के आदेश अनुसार रमता पंच आनंदपुरी के सान्निध्य यह में मनाई गई। कामाख्या मंदिर के पुजारी पं. लोकेंद्र शर्मा ने बताया ब्रह्मलीन संत मंगलानंद पुरी न्यूयॉर्क में ही रहकर धर्म का अलख जगा रहे थे। उनकी अंतिम इच्छा थी कि उनके ब्रह्मलीन होने के बाद उज्जैन में उनके निमित्त शिव मंदिर का निर्माण तथा पुण्यतिथि हो। उनके शिष्य महाकाल पुरी उर्फ अंशुल शर्मा सहित अनेक भक्तों ने भंडारा किया। संतों ने उनके चित्र का पूजन कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सभी अखाड़ों के संत-महंतों के साथ पूर्व पार्षद गिरिश शास्त्री, जगदीश पांचाल मौजूद थे।