उज्जैन। कुछ न हासिल हो सका, जी-जी के मर जाने के बाद, अपना साया भी मिला है धूप में आने के बाद। उक्त पंक्तियां आशीष श्रीवास्तव अश्क ने सरल काव्यांजलि की मासिक गोष्ठी में पढ़ीं। संस्था की माया बदेका ने बताया कि अध्यक्षता डॉ. रफीक नागौरी ने की। सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर, पत्रकार इंदरसिंह चौधरी और समाजसेवी महेश जूनवाल का सम्मान किया गया। कुलानुशासक डॉ. शैलेंद्रकुमार शर्मा ने कहा कि सरल काव्यांजलि संस्था नहीं, एक परिवार है। डॉ. अजय दिवाकर ने कहा किसिविल अस्पताल व्यवस्था के सुधार हेतु लगातार नवाचार जारी हैं। विशेष अतिथि गिरजा ठाकुर थी।

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