उज्जैन। सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण किया है। मप्र युवा शिवसेना गोरक्षा न्यास ने प्रशासन एवं निगम प्रशासन से सवाल किया कि सरकारी भूमि पर बनी अवैध मल्टी कब टूटेगी। न्यास के संस्थापक अध्यक्ष मनीष सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि निगम आयुक्त और नगर पालिका निगम के महाभ्रष्ट अधिकारी ने सरकारी भूमि पर अवैध मल्टी बनवाई है। आपत्ति के बाद तहसीलदार के आदेश पर पटवारी रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि उक्त भूमि सरकारी है। लेकिन निगम के भ्रष्ट अधिकारियों ने सारे दस्तावेज देखने के बाद भी सरकारी भूमि पर नामांतरण कर नक्शा पास कर दिया। निगम आयुक्त के नाम मय सबूत के साथ ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन पर क्या कार्रवाई की गई यह नहीं बताया जा रहा। इस पूरे प्रकरण में जिला पंजीयन व उपपंजीयक की भूमिका भी संदिग्ध है। जिला प्रशासन जहां अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है वहां से महज 5सौ मीटर की दूरी पर यह बिल्डिंग है।