उज्जैन। महिला शक्ति त्याग, समर्पण, समायोजन और सृजन की प्रतीक है। उक्त विचार मातृशक्ति विषय पर संगोष्ठी में आचार्य जीवन प्रकाश आर्य ने कहे। वैदिक विद्वान पं. राजेंद्र व्यास ने कहा कि मातृ शक्ति अन्नपूर्णा है। धन, बुद्धि और शक्ति की प्रदाता देवी है। इसलिए शास्त्रों में नारी का स्थान सर्वोच्च है। देवी सूक्त के वैदिक मत्रों से देव यज्ञ में आहुतियां दी गई। इस अवसर पर कवि नटवरलाल शर्मा, डॉ आनंद मोहन सक्सैना ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन डॉ राम प्रसाद मालाकार ने किया और आभार सुरेश पाटीदार ने माना।