उज्जैन। ग़ज़लांजलि साहित्यिक संस्था की काव्य-संगोष्ठी डॉ. विजय सुखवानी के यहां व डॉ. श्रीकृष्ण जोशी की अध्यक्षता एवं डॉ. हरिमोहन बुधौलिया की उपस्थिति में हुई। गोष्ठी की शुरुआत करते हुए दिलीप जैन ने मनुष्य एवं आक्रामक जीवों पर तुलनात्मक काव्य रचना का पाठ किया। अशोक रक्ताले ने ग़ज़ल पढ़ी। डॉ. आरपी तिवारी, आशीष अश्क, डॉ. अखिलेश चौरे ने रचना पढ़ी। शायर विजयसिंह साकित ने ग़ज़ल पढ़ी। भरूच से आए कवि श्रीधर देशपांडे ने गीत सुनाया। डॉ. विजय सुखवानी ने ग़ज़ल पढ़ी। शायर आरिफ़ अफ़ज़ल ने चुनिन्दा अशआर पढ़े।