उज्जैन। इस लोक में हम दानशील बने। सभी प्रकार से मंगल हो। इसी प्रार्थना के साथ श्रद्धालुओं ने पितरों को विदाई दी। श्राद्ध कर्म के पंच यज्ञों के समय श्रद्धालुओं ने गायत्री महामंत्र अनुष्ठान, अपनी व्यक्तिगत एक बुराई छोड़ने, गो-संवर्धन, स्वच्छता अभियान में भागीदारी तथा समाज में सत्प्रवृत्तियों के पुण्य प्रसार के लिए एक अंश नियमित रूप से लगाते रहने का संकल्प लिया। गायत्री शक्तिपीठ पर पांच पारियों में 4सौ से अधिक श्रद्धालुओं ने भागीदारी की।
नवरात्रि अनुष्ठान संकल्प-शक्तिपीठ पर शारदीय नवरात्रि में गायत्री लघु अनुष्ठान के लिए साधकों को संकल्प दिलाया गया। शक्तिपीठ पर सुबह 5 से 7 तक जप 7 से 8ः30 बजे तक यज्ञ होगा। सुविधा अनुसार साधक अपने घरों पर भी मंत्र जप करेंगे, जिनकी सामूहिक पूर्णाहुति नवमीं को गायत्री शक्तिपीठ पर एक साथ होगी।