उज्जैन। आर्यिका दुर्लभमती माताजी ने कहा है अपने कर्मों को हंसते हुए काटे। ससंघ ने केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में कैदियों को सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया। आर्यिका ने कहा कि जेल में कैदियों को गलत कार्यों की सजा मिलती हैं। उस सजा में सुखी दु:खी होना आप सभी के हाथ में हैं। महात्मा गांधी ने अहिंसा के मार्ग पर चल कर हम सभी को स्वतंत्रता दिलाई। आप भी सत्य-अहिंसा के मार्ग पर चल कर अपने दु:खों से छूट सकते हैं। हंसते हंसते अपने कर्मों को काटे जिससे नवीन कर्मो का बंध न हो सके। माताजी के प्रवचन के बाद बंदी बहुत खुश चित्त थे। आर्यिका ने जेल के कार्यों का अवलोकन किया। विद्या कुंभ चतुर्मास समिति ने बताया कि आचार्य विद्या सागर, महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्र का अनावरण किया गया। जिला विधिक सहायता सचिव कपिल भारद्वाज एवं जैल अधीक्षक मनोज साहू, जेलर नवीन नीमा, जसमन डाबर, धर्मेंद्र सेठी, प्रसन्न बिलाला, राहुल जैन, आदि मौजूद थे। संचालन डिप्टी जेलर सुयश गोयल ने किया। त्वचा रोग शिविर लगाया। इस अवसर पर समिति के सुरेश जैन, प्रवीण रावत, राजेश कासलीवाल, दिलीप सोगानी,सुरेंद्र सिंघई आदि उपस्थित थे।