उज्जैन। शिक्षक शिष्यों के खिलने और बिखरने के पलों को महकाने की काबिलियत रखता है।शिक्षक आत्म विश्वास का हिमालय होता है। उक्त प्रभावी उदगार प्रधानाचार्य शैलेंद्र व्यास, ने व्यक्त किए। स्थानांतरित शिक्षक विष्णु पुरुषोत्तम, लता शिंदे, विष्णु प्रसाद सोलंकी, रेणुका मंडावरा का शाल, श्रीफल, स्मृति चिह्न भेंट कर अभिनंदन संजय अष्ठाना, प्रियंका सोलंकी ने किया। इस अवसर पर नवागत शिक्षका ममता मिश्रा का स्वागत भारती गोमे एवं अशोक चौहान ने किया। संचालन मनीषा गुप्ता ने किया।

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