उज्जैन। पर्यटन का क्षेत्र असीम है। महाकाल की नगरी होने से और महाकाल लोक बन जाने के बाद हमारे यहां धार्मिक पर्यटन की असीम संभावनाएं है, इसमें रोजगार के नए रास्ते खुले है। यह बात विश्व पर्यटन दिवस पर माधव कॉलेज में सेंटर फार एडवांस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट संस्था की क्विज प्रतियोगिता में डीएटीसीसी सदस्य डॉ. प्रवीण जोशी ने कही। अमृता चतुर्वेदी ने बताया कि पर्यटन रोमांच और रोजगार की अपार संभावनाओं से भरा हुआ है। डॉ. शोभा मिश्रा ने पर्यटन पर स्वराचित कविता, प्रस्तुत की। क्विज प्रतियोगिता में महाविद्यालय के 50 छात्र-छात्राओं ने भागीदारी की। प्रतियोगिता का परिणाम रविवार को गड़कलिका क्षेत्र विष्णु चतुष्टिका में हैरिटेज वॉक करते हुए दिया जाएगा। प्रतियोगिता में महाविद्यालय के शायर डॉ. रफीक नागौरी, डॉ. नीरज सारवन, राजेश शर्मा तथा जितेंद्र मालवीय विशेष उपस्थित थे। आभार डॉ. अल्पना दुभाषे ने माना।