उज्जैन। तिरुपति बालाजी व अन्य स्थानों पर की जा रही अनियमितताओं के कारण अब हिंदू समाज का यह विश्वास हो गया है कि अपने मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराए। विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल जिला सहमंत्री गोविंद आहुजा के अनुसार हिंदू मंदिरों की संपत्ति व आय का उपयोग मंदिरों के विकास व हिंदुओं के धार्मिक कार्यों के लिए ही होना चाहिए। वास्तविकता यह है कि हिंदू मंदिरों की आय व संपत्ति की खुली लूट अधिकारियों व राजनेताकर रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद सभी सरकारों से आग्रह करती है कि सभी मंदिरों को मुक्त करे। हिंदू संतो व भक्तों को एक निश्चित व्यवस्था में सौंप दें। इस प्रारूप का सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है। हमारे देश में संविधान के सर्वोपरि होने की दुहाई तो बार-बार दी जाती है परंतु दुर्भाग्य से हिंदुओं की आस्था पर सरकारें अपना नियंत्रण करती है। हिंदुओं की भावनाओं के साथ सबसे घृणित धोखाधड़ी संविधान की आड़ में ही रही हैं।