उज्जैन। डोल ग्यारस पर झांकियां और अखाड़ों की व्यवस्थाओं को लेकर बैरवा समाज और पुलिस के बीच बैठक हुई, जिसमें झांकी निर्माता और अखाड़ों के खलीफाओं नेसुझाव दिए। बैठक में तय किया गया कि डोल ग्यारस की झांकियां और अखाड़े शाम 6 बजे से निकालना शुरु होकर रात 11ः30 बजे तक अंकपात पहुंच जाएंगे। महासभा के प्रवक्ता लालचंद भारती ने बताया कि डोल ग्यारस 14 सितंबर को मनाएंगे। बैरवा समाज की झांकियां, अखाड़े और रास मंडल निकाले जाएंगे। भगवान श्री कृष्ण का डोल भी होगा। पुलिस ने कंट्रोल रूम पर बैरवा समाज की बैठक की जिसमें समाजजन और पुलिस अधिकारी मौजूद थे। बैठक में बैरवा महासभा प्रदेश अध्यक्ष राजेश जारवाल, बैरवा महापंचायत के अध्यक्ष बाबूलाल गोठवाल ने कहा कि बैरवा समाज ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष हमारी झांकियां अखाड़े और रासमंडल डोल के साथ 6ः30 बजे तीन बत्ती चौराहा स्थित संत बालीनाथजी की प्रतिमा पर एकत्रित होंगे। चल समारोह के लिए बेरिकेटिंग करने का भी निर्णय लिया। स्वागत मंचों को भी लगभग 2 सौ फीट की दूरी पर लगाने का निर्णय लिया । समाज के वालंटियर मिलकर चल समारोह सुचारू रूप से निकालने के लिए सामूहिक प्रयास करेंगे। बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, पूर्व महापौर मदनलाल ललावत, समाज के खलीफा रामसहाय उस्ताद, दीपक मेहरा, नाना तिलकर, सुरेंद्र मरमट, पार्षद जितेंद्र कुवाल, सुरेंद्र मेहर, राजकुमार खलीफा, आनंद बागोरिया, सुनील गोठवाल और प्रिंस लोदवाल ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस दौरान बैठक में महर्षि सरस्वती महाराज, मुस्कान सिसोदिया, मनोज लोदवाल, निखिल गोठवाल, संतोष बैंडवाल, अजय जाटवा, कमल मरमट, सतीश मरमट, सोनू ललावत, मनोज नागवंशी आदि मौजूद थे।