उज्जैन। भादौ की चतुर्थी की शुरुआत 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 2 मिनट पर होगी। इस तिथि का समापन 7 सितंबर शनिवार को दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर होगा। पंचांग के अनुसार 7 सितंबर को गणेश चतुर्थी की पूजा और मूर्ति स्थापना के लिए शुभ विशिष्ट मुहूर्त दोपहर 12..10 बजे से शुरू होगा। इस मुहूर्त का समापन उसी दिन दोपहर के 1.30 बजे होगा।
मांतगी ज्योतिष केंद्र के पं. अजय कृष्ण शंकर व्यास ने बताया कि सनातन धर्म में भगवान गणेश प्रथम पूज्य माने जाते है। भादौ शुभ होता है। ज्योतिर्विद पं. अजय कृष्ण शंकर व्यास ने बताया कि गणेश चतुर्थी का उत्सव 7 सितंबर से शुरू होगा। गणेश विसर्जन 17 सितंबर के दिन किया जाएगा। पं. अजय कृष्ण शंकर व्यास ने बताया कि वास्तु शास्त्र में गणेशजी की दाईं और बाईं सूंड दोनों का महत्व है। दाईं ओर मुड़ी सूंड समृद्धि और सिध्दि की प्रचुरता से जुड़ी है। गणेशजी को विराजमान करने के लिए ब्रह्म स्थान, पूर्व दिशा और उत्तर पूर्व कोण शुभ माना गया है।