उज्जैन। महाकाल की भादो की दूसरी व प्रमुख शाही सवारी आज शाम 4 बजे निकलेगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि भादो की दूसरी और प्रमुख सवारी में रजत
पालकी में श्री चंद्र मोलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरूड़ रथ पर शिव तांडव, नंदी रथ पर उमा-महेश और
डोल रथ पर होल्कर मुखारविंद, बैल रथ पर घटाटोप मुखोटा स्वरुप व सप्तम सवारी में सप्तधान का
मुखारविंद सम्मिलित रहेगा।
भगवान महाकालेश्वर की शाही सवारी निकलने के पहले सभामंडप में विधिवत पूजन होगा। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवान सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) देंगे। पालकी शाम 4 बजे से कोट मोहल्ला, गुदरी, बक्षीबाजार, कहारवाड़ी, हरसिद्धी पाल से रामघाट पहुंचेगी। शिप्रा के तट रामघाट पर पूजन व आरती के बाद प्रमुख सवारी रामानुजकोट, बंबई वाले की धर्मशाला, गणगौर दरवाजा, जगदीश मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, कमरी मार्ग, टंकी चौराहा, तेलीवाडा, कंठाल, सतीमाता मंदिर, छत्री चौक, गोपाल मंदिर से महाकाल मंदिर पहुचेगी। गोपाल मंदिर पर सिंधिया स्टेट द्वारा पालकी पूजन किया जाएगा। उसके बाद सवारी पटनी बाज़ार, गुदरी चौराहा, कोट मोहल्ला, महाकाल चौराहा होते हुए महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचेगी। सवारी के दौरान श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि सवारी मार्ग में व्यापारीगण भट्टी चालू न रखें। दर्शना‍र्थी सवारी में उल्टी दिशा में न चलें और सवारी निकलने तक अपने स्थान पर खडे रहें। दर्शनार्थी कृपया गलियों में वाहन न रखें। श्रद्धालु सिक्के, नारियल, केले, फल आदि न फैंकें। सवारी के बीच में प्रसाद और चित्र वितरण न करें। महाकालेश्वर की प्रमुख शाही सवारी के चल समारोह में सबसे आगे मंदिर का प्रचार वाहन चलेगा। उसके बाद यातायात पुलिस, तोपची, महाकालेश्वर का रजत ध्वज,
घुडसवार, विशेष सशस्त्र बल सलामी गार्ड, स्काउट व गाइड सदस्य, कांग्रेस सेवा दल, सेवा समिति बैंड के बाद प्रदेश के विभिन्न शहरो से सवारी सम्मिलित होने वाली 70 भजन मंडलियां चलेंगी | भजन मंडलियों के बाद साधू-संत व गणमान्य नागरिक, पुलिस बैंड, नगर सेना के सलामी गार्ड की टुकड़ी, पुजारी व पुरोहित सवारी के साथ रहेगे। उनके बाद चंद्रमौलेश्वर की प्रमुख पालकी, भारत बैंड, गरुड़ रथ पर शिव-तांडव, रमेश बैंड, नंदी रथ पर उमा महेश स्वरुप, गणेश बैंड, रथ पर होल्कर मुखारविंद, आरके बैंड, रथ पर घटाटोप, रथ पर सप्त धान मुखारविंद के बाद राजकमल म्युजिकल ग्रुप बैंड व श्री मनमहेश स्वरुप हाथी पर विराजित होंगे। 
प्रदेश के डिंडोरी जिले का आदिवासी धुलिया जनजाति गुदुम बाजा व लोक नर्तक दल सप्तम सवारी में सम्मिलित होंगे।मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की मंशानुरूप जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी के माध्यम से दल आ रहा है।
गुदुम बाजा जनजातीय समाज के मांगलिक उत्सवों, मडई मेला, धार्मिक उत्सवों इत्यादि पर धुलिया जनजाति के पुरुष वर्ग द्वारा बजाया जाता है।

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