उज्जैन। शंकराचार्य स्वामीश्री अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती अयोध्या में ध्वज स्थापना भारत यात्रा की शुरुआत करेंगे। वे श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में गो ध्वज स्थापना के बाद प्रदीक्षणा करते हुए आगे की यात्रा करेगे । ज्ञात हो कि गो माता की निरंतर हो रही हत्या के परिणाम है की भारत आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, वैदिक और आत्मबल से कमजोर हो रहा है। महासचिव-गोसंसद, अध्यक्ष, गो आयोग देवेंद्र पांडेय ने बताया कि 14 से 28 मार्च 24 तक गोवर्धन गिरिराज की परिक्रमा कर नंगे पाव दिल्ली संसद भवन के प्रांगण में पहुँचे थे, जहां धर्म सम्राट करपात्री के गो आंदोलन को कुचलने के लिए तत्कालीन सरकार ने गोलिया चलबाई थी। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने गो माता की रक्षा के लिए गो संसद का गठन किया। गो आंदोलन को प्रखरता प्रदान करने 22 सितंबर से 26 अक्टूबर 24 तक गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा का शंखनाद किया गया है। गो ध्वज स्थापना भारत यात्रा 22 सितंबर को अयोध्या से शुरु होगी तथा दिल्ली में समाप्त होगी। अंडमान निकोबार, लक्ष्यदीप, दमन के भ्रमण में शंकराचार्य के प्रतिनिधि जाएगे।