उज्जैन। संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा है कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशानुरूप अभा कालिदास समारोह गरिमामय हो। समारोह की स्थानीय समिति के सदस्यों ने कहा है कि कार्यक्रम की रचना और योजना तैयार कर ली जाएं।2023 और 2024 के कालिदास सम्मान एक साथ इसी समारोह में दिए जाएंगे।
संस्कृति मंत्री ने कालिदास अकादमी में कालिदास समारोह की चर्चा की। स्थानीय समिति की बैठक में 12 से 18 नवंबर तक होने वाले समारोह के स्वरूप और प्राप्त प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, महापौर मुकेश टटवाल, निगम सभापति कलावती यादव, पद्मश्री भगवती लाल राजपुरोहित, शिव चौरसिया, संभागायुक्त संजय गुप्ता,
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, कुलगुरु विक्रम विश्वविद्यालय प्रो.अखिलेश कुमार पांडे, कुलगुरु महर्षि
पाणिनि संस्थान विजय कुमार मेनन, कालिदास अकादमी के निदेशक गोविंद गंधें, संस्कार भारती
के प्रमुख श्रीपद जोशी सहित अन्य स्थानीय समिति के सदस्य उपस्थित थे।
     संस्कृति मंत्री लोधी ने कहा कि महाकवि कालिदास की रचनाएं अद्भुत और अविस्मरणीय है। उन्होंने
कालिदास समारोह से जुड़े सभी समिति सदस्यों को बधाई दी। बैठक भी वर्ष में दो बार की जाए। संस्कृति मंत्री लोधी ने कहा कि सम्मान समारोह की गरिमा और गौरव को बढ़ाए। बैठक में सदस्य ने मालवा के स्थानीय कलाकारों को
अवसर दिए जाने, समारोह में भारत की साहित्यिक सांस्कृतिक समृद्धता को बनाए रखने, अश्विनी शोध
संस्थान की प्रदर्शनी का बेहतर प्रदर्शन, कालिदास की रचनाओं पर केंद्रित नृत्य का आयोजन, ई-मेल के माध्यम से समारोह के लिए कलाकारों को आमंत्रित करने, संस्कृत भाषा के कवियों का सम्मेलन, कालिदास की रचनाओं पर व्याख्यान माला, संस्कृत भाषा के साथ प्राकृत और अपभ्रंश पर भी ध्यान दिए जाने इत्यादि सुझाव दिए गए। बैठक के बाद संस्कृति मंत्री लोधी ने महाकवि कालिदास की रचनाओं पर केंद्रित मूर्तिकला, चित्रकला प्रदर्शनी का विमोचन किया। प्रदर्शनी के कैटलॉग और यूट्यूब चैनल का भी विमोचन किया गया। संचालन श्री डॉ शैलेंद्र कुमार शर्मा ने किया व और आभार अकादमी के निदेशक गोविंद गंधें ने माना।

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