उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि गरीब से गरीब बहन के घर तक शासन की सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। भारतीय संस्कृति में बहनों को यश देने वाली माना गया है। मंत्रि-परिषद ने बहनों के सम्मान और स्नेह के प्रतीक, रक्षाबंधन को मनाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के कार्यक्रम स्थल पहुंचने पर महिला सरपंचों ने गीतों के साथ पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बहनों के जीवन को आसान और खुशहाल बनाने के लिए कई योजनाएं व कार्यक्रम लागू किए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को विभिन्न जिलों से आई बहनों ने 40 फीट लंबी राखी भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन संस्कृति में त्यौहारों का विशेष महत्व है। अपनी धरोहर, संस्कृति और सम्मान के लिए रानी दुर्गावती ने जिस शौर्य और पराक्रम से संघर्ष किया, वह सदैव स्मरणीय रहेगा।
प्रदेश की 50 प्रतिशत से अधिक पंचायतों में महिला सरपंच- मंत्री पटेल
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि प्रदेश में 23 हजार 11 पंचायतें हैं और महिला सरपंचों की संख्या 12 हजार 920 है, जो 50 प्रतिशत से अधिक है। मुख्यमंत्री ने अपने निवास पर बहनों को आमंत्रित कर रक्षाबंधन मनाने की पहल की है। कार्यक्रम में उज्जैन की ग्राम पंचायत चिंतामण जवासिया की सरपंच लक्षिका डागर, सतना की कमला देवी चौधरी, बैतूल की पुष्पलता झरवडे और सीधी की प्रियंका पनिका ने अनुभव साझा किए। सांस्कृतिक और पारिवारिक बन गया।