उज्जैन। खारवा कला में कृषि अधिकारी लक्की देशमुख ने किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित किया। रासायन से जमीन मे उपजाऊ क्षमता कई गुना कम होती जा रही है। उनका अंश हमारे शरीर में प्रवेश कर शरीर को नुकसान पहुंचाता है। हरित क्रांति के आने से पहले गेहूं की फसलों को 2-3 पानी की सिंचाई लगती थी पर जबसे रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशक दवाओं के इस्तेमाल से गेहूं में 5-6 पानी देना पड़ता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *