उज्जैन। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा है कि महाकाल की सवारी में पुलिस बैंड के साथ नासिक, काशी से आए कलाकारों के डमरू की प्रस्तुतियां होगी। प्रशासनिक संकुल भवन में कलेक्टर ने श्रावण-भादौ की व्यवस्थाओं, बाढ़ आपदा नियंत्रण सहित अन्य शासकीय योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। सवारी के प्रमुख पाइंट्स पर और बेहतर व्यवस्थाएं की जाएंगी। उनेहोने कहा सवारी में ढोल, मंजीरे, डमरू इत्यादि परंपरागत वाद्य यंत्रों के अतिरिक्त डीजे आदि का उपयोग न करें। श्रावण में महाकालेश्वर मंदिर सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं की जाएंगी। कावड़ यात्रियों के विश्राम आदि की भी बेहतर व्यवस्थाएं होगी। एसडीएम ,तहसीलदार द्वारा होटल्स का औचक निरीक्षण किया जाएगा। बैठक में कलेक्टर ने बाढ़ आपदा नियंत्रण व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। खाद की उपलब्धता और वितरण की कलेक्टर ने समीक्षा कर निर्देश दिए कि सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में खाद स्टॉक का वेरिफिकेशन कराएं। राशन वितरण की तहसीलवार समीक्षा की। कलेक्टर ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की समीक्षा की। निगम को जनसहभागिता से वृहद स्तर पर पौधरोपण किए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना, महाकाल रोप-वे, जीवनखेड़ी मार्ग, कोठी मार्ग, कोठी से तरणताल मार्ग आदि निर्माण कार्यों में प्रगति की भी जानकारी ली। कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि पटवारियों सहित विभागों का मैदानी अमला सप्ताह में तीन दिन पंचायत मुख्यालय पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि पंचायत भवनों को क्रियाशील बनाएं। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना, अपर कलेक्टर महेंद्र कवचे, अपर कलेक्टर अनुकूल जैन सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।