उज्जैन। दुनिया को जीतने निकला सिकंदर जब मरा तो लिखकर मरा कि जब मेरा जनाजा निकले तो उसमें से हाथ बाहर निकाल देना, जिससे विश्व को मालूम पड़े इतनी तबाही मचाने के बावजूद खाली हाथ आया था और खाली हाथ ही गया। संकल्प ले लो, कुछ न कुछ देना है। तीन दान करने में कभी विचार नहीं करना चाहिए। कोई भूखा हो तो रोटी दान कर दो, शरीर पर कपड़ा न हो कपड़ा दान कर दो, रोगी दिख जाए और क्षमता हो तो औषधी दान कर दो। यह बात बड़नगर रोड़ स्थित मोहनपुरा में स्वामी प्रेमानंद ने कही। महाराजश्री ने कहा कि तीन दान करते समय हमेशा विचार करें, गौ दान, भूमि दान और कन्यादान। माताओं से भी निवेदन है कन्या दान कर देने पर उसके घर में हस्तक्षेप न करें। भूमि अस्पताल, मंदिर, धर्मशाला, आदि अच्छे कार्यों हेतु दान करो। श्री बाबा धाम मंदिर सचिव महंत आदित्यपुरी ने बताया कि पंचायती अखाड़ा निरंजनी के प्रेमानंद महाराज के मुखारबिंद से श्रीमद् भागवत कथा 27 जुलाई तक प्रतिदिन दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक हो रही है। 24 जुलाई को कृष्ण जन्मोत्सव, पांचवे दिन गोवर्धन पूजा, छठे दिन रूक्मिणी विवाह, सातवें दिन फूलों की होली होगी।