उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश के पारंपरिक मेलों और यात्राओं जैसे भगोरिया, महाकाल की सवारी आदि का प्रभावी प्रचार करें। आधुनिक प्रचार -प्रसार के साथ पारंपरिक वाद्य यंत्रों को बजाने वाले, नृत्य दलों
को जोड़कर उन्हें प्रोत्साहित करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पर्यटन विकास बोर्ड के संचालक मंडल की बैठक को
संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने पर्यटन बोर्ड की संरचना, दायित्वों, निवेश संवर्धन की नीतियों, प्रचार-प्रसार
और पर्यटन विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राजा भोज की कलाओं और साहित्य पर आधारित रिसर्च सेंटर या म्यूजियम बनाने की योजना पर काम करें। प्रदेश में फिल्मांकन के लिए आने वाले प्रोडक्शन हाउस और कलाकारों से समन्वय करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा के संचालन की समीक्षा की। धार्मिक तीर्थ दर्शन योजना में वायु सेवा के मार्ग को शामिल करें। शासन के क्लास-2 और 3 कार्यपालिक अधिकारियों को भी पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा द्वारा आवागमन के लिए पात्रता पर विचार कर प्रस्ताव बनाए। बैठक में पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और उपाध्यक्ष टूरिज्म डेवलपमेन्ट बोर्ड धर्मेंद्र सिंह लोधी वीसी के माध्यम से जुड़े। मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव वित्त मनीष सिंह, प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई और इलैया राजा टी सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।