उज्जैन। अपनी विद्वता से हजारों शिष्यों को दीक्षित कर पं. कृष्णकांत चतुर्वेदी सदैव धर्मिष्ठ एवं सरस्वती के साधक रहे। उक्त विचार कालिदास अकादमी के पूर्व निदेशक पं. कृष्णकांत चतुर्वेदी को श्रद्धांजलि देते हुए आचार्य धर्मदेव आर्य ने कहे। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से प्रधान सुरेश पाटीदार, मंत्री नवनीत सिकरवार, उपमंत्री डॉ रामप्रसाद मालाकार, पं. राजेंद्र शर्मा, मंसाराम आर्य, ललित नागर आदि उपस्थित थे।